बाबा कहते है , ५००/- एव १०००/- के नोटों को बंद करो ये काला
धन के सहायक है, मैंने भी देखा हमारे यहाँ के लोग 10, 20, 50, १००/- के नोटों को आराम से रख लेते है, परंतु ५००/- या १०००/- के नोट आपने दिया नहीं की उसे हाथों से ऊपर उठा कर उलट पलट कर देखने लगते है जैसे ५००/- या १०००/- के नोटों को कभी देखा ही न हो और आप अपने आपको अपराधी सा महसूस करेंगे, क्या आपने कभी अनुभव किया है कि कभी किसी अनजान जगह पर ज़रूरत पड़ने पर ५००/- या १०००/- के छुट्टा कराने पर लोग आपको शक कि नज़र से देखते है
धन के सहायक है, मैंने भी देखा हमारे यहाँ के लोग 10, 20, 50, १००/- के नोटों को आराम से रख लेते है, परंतु ५००/- या १०००/- के नोट आपने दिया नहीं की उसे हाथों से ऊपर उठा कर उलट पलट कर देखने लगते है जैसे ५००/- या १०००/- के नोटों को कभी देखा ही न हो और आप अपने आपको अपराधी सा महसूस करेंगे, क्या आपने कभी अनुभव किया है कि कभी किसी अनजान जगह पर ज़रूरत पड़ने पर ५००/- या १०००/- के छुट्टा कराने पर लोग आपको शक कि नज़र से देखते है
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