शुक्रवार, 17 अगस्त 2012
बुधवार, 15 अगस्त 2012
आज़ादी
हमे गर्व करना चाहिए की हम आज़ाद देश के निवासी है,और हमे सबसे बड़ी आज़ादी अपनी अभिव्यक्ति की आज़ादी मिली है जिससे हम आपनी सोच को अभिव्यक्त कर सकते है चाहे वो हमारी सोच सार्थक हो या निरर्थक.....
हमे एहसानमंद होना चाहिए उनका जिनके बलिदान से हम,हमारा देश आज़ाद हुआ...
हमे एहसानमंद होना चाहिए उनका जिनके बलिदान से हम,हमारा देश आज़ाद हुआ...
शनिवार, 11 अगस्त 2012
बचपन
बचपन कौन नही चाहता वापस लौट आए क्योंकि बचपन मे किसी प्रकार का कोई भी टेंसन नहीं होता है हर माँग पूरी हो जाती है ..... बचपन के खेल हमेशा याद आते है क्योंकि बचपन तो बचपन ही होता है ,बचपन की छूटी ख्वाहिसे शायद ही कभी पूरी हो पाती है पर आपने बच्चों के खेलों को देख फिर बचपाना वापस आ उठता है
शुक्रवार, 10 अगस्त 2012
आम्रेश्वर धाम की यात्रा
आज
प्राचीन शिव मंदिर आम्रेश्वर धाम की यात्रा पर पत्नी एव दोनो बच्चों के
साथ गया,वैसे तो सावन के महीना मे यहाँ काफ़ी भीड़ रहती है, 3 किलोमीटर दूर
तक भक्तों की भीड़ रहती है साथ ही दर्शन ठीक से नहीं हो पता है परंतु सावन
का महीना नही रहने के कारण हमलोगों ने काफ़ी अच्छे तरीके पूजा भी किया एव
दर्शन भी किया ...... इस प्राचीन शिव मंदिर आम्रेश्वर धाम जिसे स्थानीय
भाषा मे अंगराबाड़ी भी कहते है यहाँ भगवान शिव ने आम के पेड़ के जड़ के
बीचों-बीच अपने दर्शन दिए ...प्राकृतिक सौंदर्य के बीच भगवान शिव के अनुपम
रूप का दर्शन काफ़ी खुशदायक रहा
रविवार, 5 अगस्त 2012
वो पुरानी यादें
वक़्त गुजर जाता है पता ही नहीं चलता है ...हम अपने पुराने दिन की यादों को ही सोचते रहते है ...उन्ही यादों मे खोए उन्ही दिन की यादों को याद कर अपनी उमर को भी वहीं पीछे छोड़ देते है ...वो ख्याल कितने खूबसूरत होते है वो बिता हुआ कल कितना सुंदर महसूस होता है और आज का वर्तमान कितना अजीब सा दिखाई पड़ता है....
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