हद हो गई इन बाबाओं की, और हमारे अख़बार वाले,चैनल वाले,इनकी तो पुछो मत सबने अपने लिए एक-एक बाबा को आरक्षित कर रखा है जो हर दिन आपको एक नई बात बताएँगे ,की कब आपको क्या करना है ...किस राशि वाले को आज क्या खरीदना है ...दीपावली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त कब होगा .....कब नये समान खरीदें ......समान खरीदने का शुभ मुहूर्त कब है ......इतने बजे से इतने बजे तक का मुहूर्त शुभ है ....बस फिर क्या है हो गई दुकान वालों की भी चाँदी ...और ट्रैफिक भी ज़ाम हो गया ...धनतेरस मे आपको क्या खरीदना है अब आप नहीं तय करेंगे कोई बाबा किसी अख़बार मे आपके बारे मे तय कर लिख देंगे की आपको धनतेरस मे क्या खरीदना शुभ होगा और आप भी अपनी सोंच को बदल उस बाबा के कथनानुसार खरीदारी कर लेंगे ... धन्य हो हमारे बाबा जो एक बार फिर से अंधविश्वास को पुनरज़ीवीत कर रहे है ....एक दिन एसा आएगा जब बाबा आपके घर से बाहर निकलने से लेकर खाना खाने का मुहूर्त बताएँगे और आप बाबा हो ज़ाएँगे..
शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2009
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सही कह रहे हैं आप !!
जवाब देंहटाएंआयी आयी , दीवाली आयी ,
साथ में कितनी खुशियां लायी !
धूम मचाओ , मौज मनाओ ,
आप सबों को दीवाली की बधाई !!
सही बात है।
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