
होली खेलने के रंग है निराले
कोई अपने ही गालों पे रंग डाले
कोई दूसरो के गालों पे रंग उडाले
फागुन में बुढ़वा बौराया
थक गया, हाफ़ते-हाफते
दांते निपोर बोला
बुरा न मानो होली है
लड़को की टोली निकली
गाजे-बाजे के साथ
शेरों-शायरी और ...

होलियाना मूड के गानों पर
थिरकते युवा कदम
जिनकी है
अपनी ही एक अलग रंग
अरे.....
भागो... दौडो ......
पकडो .....
अरे रंग डालो ...
बुरा न मानो होली है
नाचे हर कोई अपनी ताल पे
रंग लगावें दूसरों की गाल पे
कपडा दिया फाड़
चिल्लाकर बोलें
बुरा न मानो होली है
खन्ना साहब बैठे घर पे
आयें रंग लगाने दो-चार

खन्ना बोले
यार
अपनी होली तो
महंगाई के रंग में
'हो' 'ली' है
महंगाई के रंगों में
हमने खूब खेली होली
नेताओं के आश्वाशन को
पुआ-पकोड़ी समझ खा ली
तुम्हारे रंगों का असर तो
कुछ घंटों का है
महंगाई का रंग तो भैया
छूटाये नहीं छूटेगा
वायदा कर गया है
फिर से आने का
न जाने
फिर कौन सा
गुल खिलाएगा
बुरा न मानो होली है