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गुरुवार, 6 अक्टूबर 2011

ना जाने कब किस गली में कोई रावण अंकल मिल जाए

आज विजयदशमी है, आज ही के दिन युद्ध में रावण सर पराजित हुए और उनकी मौत हो गई, राम की विजय हुई, राम जी हमारे देवता है,जो हमारे मन के अंदर विराजमान है,इतना ज़्यादा की राम के नाम पर ही एक राजनैतिक पार्टी सत्ता में आई, मंदिर बनाने का वायदा किया...... फिर भूल गये....हम भी भूल गये  क्योंकि हमारी राजनैतिक पार्टियाँ नित्य कोई नये मुद्दे छोड़ पुराने को भूलने पर विवश कर देती है...... आज विजयदशमी पर फिर राम-रावण की बात होगी,असत्य पर सत्य के जीत की बात होगी रावण को आज फिर असत्य,अज्ञानता,पाप का प्रतीक माना जाएगा और राम तो हमारे दिलों में है इतना की आज भी हम सीता की अग्नि-परिक्षा लेने में पिछे नहीं हटते ..... और सीता भी अब कहती है यार! जब अग्नि-परीक्षा देनी ही है तो तुम्हरे साथ वनवास क्यों ? कुछ तो खुल कर जीने दो...जीने का भरपूर मज़ा लेने दो ना जाने कब किस गली में कोई रावण अंकल मिल जाए और अग्नि-परीक्षा देनी पड़ जाए.....

मंगलवार, 30 अगस्त 2011

घर के दीमक से लड़ाई

बधाई! समस्त देशवासियों को अपने ही घर के दीमक से लड़ाई जीतने की  पहले जश्न की  बधाई! परन्तु सावधान !अपनी राजनीति के चालों से पानी में भी आग लगाने की जादू जानने वाले अभी सहमति तो दे रहे है परन्तु क्या ये मौका का फायदा उठाने वाले लोग हमेशा आपका साथ देंगे . 
 झारखण्ड में लोकायुक्त तो है परन्तु उन्हें कोई अधिकार  नहीं दिया गया है जिससे उनका रहना या न रहना  कोई मायने नहीं रखता, पंचायत चुनाव करा दिए गए,पार्षदों का चुनाव हो गया परन्तु अभी तक इन्हें अधिकार नहीं दिया गया है. बिना अधिकार के ही क्या मुखिया, पार्षद अपना समय गवां देगे या फिर इनकी काम करने की इच्छा ख़त्म हो जाएगी तब इन्हें अधिकार मिलेगा

बुधवार, 10 अगस्त 2011

वाह रे चाउमीन

            करीब 10-15 वर्ष पूर्व हमारे शहर में जब रथ यात्रा का मेला लगा करता था तो मेला में सबसे खास बात मेला में मिलने वाला खाना पूरी और कोहड़ा का सब्जी हुआ करता था जो सभी लोग बड़े ही चाव से खाते थे ,उसे  एक तरह से भगवन जगरनाथ का प्रसाद माना जाता था परन्तु समय के साथ सब बदल गया अब पूरी और कोहड़ा की जगह चाउमीन ने ले ली है सस्ता और सुलभ.

गुरुवार, 4 अगस्त 2011

बाबा कहते है , ५००/- एव १०००/- के नोटों को बंद करो ये काला
 धन के सहायक है, मैंने भी देखा हमारे यहाँ के लोग 10, 20, 50, १००/- के नोटों को आराम से रख लेते है,  परंतु ५००/- या १०००/- के नोट आपने दिया नहीं की उसे हाथों से ऊपर उठा  कर उलट पलट  कर देखने  लगते है  जैसे ५००/- या १०००/- के नोटों को कभी देखा  ही न हो और  आप  अपने आपको  अपराधी सा महसूस करेंगे, क्या आपने कभी अनुभव किया  है  कि  कभी किसी अनजान जगह पर ज़रूरत पड़ने पर ५००/- या १०००/- के छुट्टा कराने पर लोग आपको शक कि  नज़र से  देखते है  


रविवार, 12 जून 2011

हर तरफ पानी का संकट हो रहा है और हमारे झारखण्ड में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टमपर जोर  दिया गयाहै परन्तु रांची शहर में बनने वाली हर नाली के नीचे की जमीन को पत्थर की ढलाई से सीमेंट देकर भर दिया जा रहा है जिसके कारण नाली में बहने वाली पानी जमीन के अन्दर नहीं जाकर पूरी तरह बह जा रही है, नालिओं का निर्माण वास्तव में उपयोग के बाद के पानी को बहा देना होता है जो पानी नाली के द्वारा जमीन के अन्दर जाता है जिससे धरती सूखती नहीं.

रविवार, 6 मार्च 2011

एक चुटकुला

एक चुटकुला - तीन सिपाही एक मोटरसाइकिल में बैठ कर सर में बिना हेलमेट पहने शहर में घूम रहे थे, किसी ट्राफिक वाले ने उस पर जुर्माना नहीं किया .......बताओ तो क्या हुआ. 

भगवान शिव की बारात

शिवरात्री के शुभ अवसर पर रांची में भगवान शिव की बारात निकाली  गई थी  जिसका १८ सेकेण्ड का विडिओ क्लिप देखिए

रविवार, 27 फ़रवरी 2011

संघर्ष का मुद्दा

प्यासे को पानी
पानी को प्यासा
भूखे  को खाना
खाना को भूखा
नेता  को जनता
जनता को नेता
गैस को रसोई
रसोई को गैस
इनके बीच
खो  गया है
प्यार
महत्वकंक्चा
और
उभर आया है
अहंकार
पवार
और पवार
पवार ही पावर
पवार के पैर तले
पीसते आम आदमी
फिर  भी  खुश  है
क्योंकि
उनके बीच
ज़िन्दगी जीने का
संघर्ष का मुद्दा है
प्यास
पानी
भूख
खाना
गैस
 और ..
नेताओं के  कुटिल किस्से

शनिवार, 1 जनवरी 2011

नव वर्ष मंगलमय हो  

रविवार, 22 अगस्त 2010

२ इडियट

                आपने ३ इडियट देखा होगा मैं आपको २ इडियट दिखता हूँ