हर तरफ पानी का संकट हो रहा है और हमारे झारखण्ड में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टमपर जोर दिया गयाहै परन्तु रांची शहर में बनने वाली हर नाली के नीचे की जमीन को पत्थर की ढलाई से सीमेंट देकर भर दिया जा रहा है जिसके कारण नाली में बहने वाली पानी जमीन के अन्दर नहीं जाकर पूरी तरह बह जा रही है, नालिओं का निर्माण वास्तव में उपयोग के बाद के पानी को बहा देना होता है जो पानी नाली के द्वारा जमीन के अन्दर जाता है जिससे धरती सूखती नहीं.
रविवार, 12 जून 2011
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